Forex ट्रेडिंग

पूरे दुनिया में Forex मार्केटिंग एक आशाजनक निवेश का साधन है। IQ Option के साथ इस online trading मार्केट में सरल और आसान तरीके से कदम रखें।

जोखिम प्रबंधन

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आधुनिक टेक्नोलॉजी

IQ Option को एक निर्विघ्नं और स्थिर एप्लिकेशन प्रदान करने के लिए 'बेहतरीन टेक्नोलॉजी एप्लीकेशन' अवार्ड से सम्मानित किया गया है।

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क्या यह भारत में वैध है?

स्थानीय कानून के अनुसार, Forex और बाइनरी ऑप्शंस सहित एक्सचेंज पर trading, संपूर्ण वैध है। एक भारतीय ट्रेडर का मुनाफा कमाने और जरूरी टैक्स के भुगतान के पश्चात पैसे निकालने का हक है।

IQ Option प्लेटफार्म का सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के द्वीप पर आधिकारिक पंजीकरण है और भारत सहित कई देशों में काम करने का अधिकार देने वाला एक अंतरराष्ट्रीय लाइसेंस है। साथ ही, कंपनी की गतिविधियों को स्पेशल इंस्टिट्यूशन द्वारा नियंत्रित किया जाता है और साइट ग्राहकों को संपूर्ण सुरक्षा की गारंटी देता है।

इस प्लेटफार्म के मुख्य फायदे

मोबिलिटी

मॉडर्न एप्लीकेशन के वजह से, एंड्राइड या iOS जैसी डिवाइस पर ट्रेडिंग उपलब्ध है और आप इसका इस्तेमाल इंटरनेट के जरिए कहीं भी कर सकते हैं।

सुरक्षा

सारे महत्वपूर्ण जानकारियां स्कैमर से बहुत विश्वस्त तरीके से SSL 3.0 प्रोटोकॉल के जरिए सुरक्षित रखे जाते हैं। यह प्रोग्राम डायनामिक 256-बिट साइफर का उपयोग करता है, जिसे हैक नहीं किया जा सकता।

कस्टमाइज्ड सेटिंग

IQ Option कंपनी भारत में सबसे बेहतरीन ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर ऑफर करता है (best trading software in india)। हर एक कस्टमर चार्ट को कस्टमाइज कर सकता है, क्लाइंट जिन सिग्नल और इंडिकेटर को आवश्यक समझता है उसे ऐड कर सकता है।
50 FOREX पेयर तक
AUD/USD ∙ EUR/USD ∙ GBP/USD ∙ & और भी है
IQ Option trading प्लेटफॉर्म भारतीय ट्रेडर्स को उन क्षेत्रों में कमाने की अनुमति देता है जो उनके लिए सुविधाजनक है। आज, कंपनी 40 एसेट के विकल्पों का पेशकश करता है। यह मुद्राएं, करेंसी पेयर, स्टॉक, क्रिप्टो करेंसी, कच्चा माल और अन्य एसेट है। वहां कमाए जहां आप सफल बन सकते हैं।
कोई स्वैप या दलाली नहीं
जब आप एक डील ओपन करते है
हमने हमारे प्लेटफार्म को ऐसे तैयार किया है जहां हालिया टेक्नोलॉजी और ट्रेडर के पसंद को ध्यान में रखा गया है जिसके वजह से IQ Option मे Forex मार्केट पर ट्रेडिंग करना अब और आसान और कारगर हो गया है।

बिल्कुल नया Forex

पोर्टफोलियो ट्रेडिंग के इंटरफ़ेस को पूरी तरह से नया और उन्नत बनाया गया है। ऐसेट के साफ विजुअल डिस्प्ले और आसान तरीके से पोर्टफोलियो प्रबंधन।

मार्जिन स्तर

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पोर्टफोलियो TRADING का इंटरफेस

currency exchange के किसी भी ट्रेडिंग जोड़ें को चुनिए, डील के ओपन होने से पहले निर्दिष्ट पूर्वानुमान लगाने के लिए एक यूजर संपूर्ण डाटा को प्राप्त कर सकता है।

निवेश पारदर्शिता

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पैसे निकालें:
50 000 000 +
पंजीकृत यूजर:
ट्रेड डील:
प्रति दिन
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संख्याओं मे IQ Option

IQ Option प्लेटफॉर्म 2013 को पंजीकृत किया गया था। तब यह एक छोटा कंपनी था, मगर आज यह भारत में सबसे बेहतरीन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है। कोई बेबुनियाद बातें नहीं — केवल तथ्य और संख्याएं।
अराउंड द वर्ल्ड
बहुभाषी

Forex के बारे में

Forex मार्केट के साथ प्रथम परिचय अभी अनगिनत फेसबुक ग्रुप, टारगेटेड विज्ञापन, फोरम में संवाद के जरिए हो रही है। Forex ब्रोकर अपने साइट को कई भाषाओं में डुप्लिकेट कर रहे है, ट्रेनिंग और तकनीकी सपोर्ट को भी आम भाषा में उपलब्ध करा रहे हैं।
मार्केट के विश्लेषण पर कमाने में सक्षम और बिना घर छोड़े लाभांश प्राप्त करना, आज के समय में बिल्कुल यही सबकी जरूरत है।
Forex क्या है?
FOREX 'foreign exchange' का संक्षिप्त नाम है। मार्केट को एक विशाल अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के रूप में समझा जा सकता है जो दुनिया के सबसे बड़े बैंकों को संयुक्त करता है। मार्केट के प्रमुख भाग लेने वालों में सेंट्रल और कमर्शियल बैंक, बड़े निवेश कंपनियां, अंतरराष्ट्रीय कॉरपोरेशन को चिन्हित किया जा सकता है।

अकेले व्यक्ति भी मार्केट के भागीदार बन सकते हैं, मगर उनकी पहुंच मार्केट तक सीधे नहीं होगी। बैंक, ब्रोकर और अन्य कांट्रेक्टर के जरिए उनको पहुंचना होगा। कुल मुद्राओं की राशि 150 से भी ज्यादा है जहां कुछ जबकि कुछ कों एक से अधिक देश अपना चुके हैं (जैसे, EUR, USD, इत्यादि).

Forex मार्केट के संदर्भ में, मुद्राओं को खुद-ब-खुद trade नहीं किया जाता। उन्हें जोड़ों में पेश किया जाता है जब वह अलग-अलग मुद्राओं के बीच परस्पर निर्भरता दिखाती है (जैसे EUR/USD, USD/SGD, इत्यादि)। तो लोग EUR/USD के इस्तेमाल से US डॉलर खरीदते हैं, और Euros बेचते हैं। अन्य आर्थिक, राजनीतिक और वित्तीय घटनाओं से प्रभावित होकर मुद्रा पेयर के भाव लगातार बदलते रहते हैं।

मार्केट में भाग लेने वालों को अपना मुनाफा करेंसी पेयर के अस्थिरता से मिलती है।
मूल सिद्धांत
यूजर को समझना होगा कि FX trading में करेंसी का कोई सीधा खरीदना और बेचना नहीं होता है। दोनों पार्टियों (एक ब्रोकर और एक ट्रेडर) के बीच CFD कॉन्ट्रैक्ट बनाया जाता है। कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार, निम्नलिखित शर्तों को निर्देशित किया जाता है:

  • तकनीकी विश्लेषण के आधार पर ट्रेडर 'निम्न' या 'उच्च' विकल्प का चयन करता है।
  • यदि पूर्वानुमान के अनुसार मूल्य में हरकत होती है, एक ट्रेडर को लाभ मिलता है और वह डील को बंद कर सकता है।

जैसे, यूजर EUR/USD के लिए एक CFD कॉन्ट्रैक्ट बनाता है। रेट है 1.8087। रेट के बढ़ने के पूर्वानुमान के साथ ट्रेडर 'Buy' विकल को चुनता है। जब रेट प्रारंभिक मूल्य से भी ज्यादा हो, लाभ मुश्किल से मिलती है, और नुकसान का सामना करना पड़ता है।
मुख्य बाजार के आम कारक
मार्केट को कुछ विशेष आम कारकों के द्वारा चिन्हित किया जाता है जो विश्लेषण को अधिक समझने योग्य बनाते हैं। अधिकतर कारक चार्ल्स डोव के अभिधारणा पर आधारित है:

  • जब तक कि टेंडेंसी के बदलाव की निश्चित संकेत नहीं मिलता तब तक मूल्य ट्रेंड के अनुसार बदलता रहा है।
  • परिस्थिति लगातार दोहराया जा रहा है।
  • हर ट्रेंड में तीन चरण है: संचय, बड़ी चाल और अधिकता ( accumulation, big move and excess)।

उन अभिधारणाओं के अनुसार, निम्नलिखित मार्केट के ख़ासियत को मद्देनजर लेने का प्रस्ताव दिया जाता है:

  • एक ट्रेंड मज़बूती सीधे तौर पर रेट रिवर्स मूवमेंट के संभावना को प्रभावित करता है।
  • मजबूती निर्भर करता है डिमांड और सप्लाई के बीच के परस्पर निर्भरता पर।
  • महत्वपूर्ण खबरों के प्रभाव में आकर फ्लैट स्टेट अक्सर रैपिड प्राइस मूवमेंट से आगे निकल जाता है
  • बाजार लगातार बदलता रहता है। कीमत ओवरबॉट (overbought) या ओवरसोल्ड (oversold) क्षेत्रों की ओर बढ़ रही है और इससे मार्केट में प्रवेश के सही समय को समझने में मदद करता है।
  • अमेरिकी और यूरोपीय सत्र में सर्वोच्च अस्थिरता नजर आती है वही एशियाई सत्र में कम अस्थिरता दिखाई देती है। किसी डील को करते वक्त समय अवधि को अवश्य ध्यान में रखना चाहिए। उच्च अस्थिरता के लिए ब्रोकर द्वारा उच्च स्प्रेड की पेशकश की जाती है।
  • विशेषज्ञों के पूर्वानुमान भी मार्केट को प्रभावित करते हैं। खबरों के अलावा, खबर की प्रत्याशा का एक अलग मूल्य है।

नोट!
करेंसी पेयर और उनके रीड गतिविधि के विश्लेषण के समय उन मार्केट के कानूनों को भी ध्यान में रखना चाहिए मगर एक ट्रेडर को किसी विशेष परिस्थितियों और स्थितियों पर विचार करना चाहिए।
FX trading में सबसे कारगर रणनीति
विभिन्न समय अवधियों के लिए असंख्य प्रकार के Forex trading रणनीतियां मौजूद है। इनमें से सबसे ज्यादा प्रचलित, रणनीतियों को निम्नलिखित में बांटा गया है:

  • Scalping. यह कम समय में trading के लिए कारगर है। कई सारे पॉइंट का लाभ प्रत्याशित हैं। लाभ को बढ़ाने के लिए ट्रेडर एक से अधिक डील को ओपन करता है। निम्नलिखित रणनीतियां scalping के लिए उपयुक्त है: MA पद्धति, समाचार scalping और मोमो trading सिस्टम।

  • डे ट्रेडिंग (Day Trading). यह स्टाइल कम समय की trading को केंद्र में रखकर की जाती है (कई मिनट से लेकर कई घंटे तक)। इंपल्सिव ब्रेक थ्रू रणनीतियां अधिकतर डे ट्रेडिंग के लिए ही इस्तेमाल किए जाते हैं।

  • Swing trading. इस स्टाइल में अपने पोजीशन को कई दिनों के लिए थाम कर रखना पड़ता है। निम्न में खरीदे और उच्च में भेजें; रेंज को trade करें और ट्रेंड रणनीतियों के विपरीत trading करें जो इस स्टाइल में उपयोग की जाती है।

नोट!
बताए गए रणनीतियां असरदार हो सकती है और लाभ दिला सकती है मगर ट्रेडर को यह समझना होगा की यह हर मामलों में काम नहीं करता वरना सफल ट्रेडरों की संख्या 8% से अधिक होता। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि स्वयं के तकनीकी विश्लेषण और अनुभव के आधार पर खुद के रणनीतियों का विकास करें।
निवेश कैसे शुरू करें?
Forex trading को शुरू करने के लिए, निम्नलिखित कदमों को उठाने की आवश्यकताएं हैं:
  • एक IQ Option अकाउंट खोलें।
  • नए एसेट को खोलने के लिए ऊपरी मेनू से '+' को प्रेस करें।
  • उस करेंसी पेयर को सिलेक्ट करें जिसे आप trading के लिए पसंद करते हैं (कुल 40+ पेयर के सुझाव है)।
  • उस ऑप्शन को प्रेस करें जिस पर आप निवेश करना चाहते हैं (यह ध्यान में रखिए की विभिन्न एसेट के लिए विभिन्न मल्टीप्लायर्स के सुझाव दिए जाते हैं )।
  • उस राशि को इंगित करें जिसका आप निवेश करना चाहते हैं ($1 से शुरू)।
  • फलस्वरूप 'Buy' और 'Sell' को चुने जो मूल्य के बढ़ने और घटने से संबंधित है।
  • ऊपरी दाएं कोने से आप किसी भी डील को किसी भी वक्त बंद कर सकते हैं।

नोट!
फंड्स के जमा करने की आवश्यकता तभी होगी जब आप असली अकाउंट का उपयोग कर रहे हो, जबकि यूजर को सुझाव दिया जाता है कि वह प्रैक्टिस अकाउंट का उपयोग करें बिना किसी लिमिटेशन के।
कौन से करेंसी पेयर की सलाह दी जाती है?
यहा 150 करेंसी से भी ज्यादा मौजूद है जो हजारों trading पेयर में संयुक्त है मगर उनमें से अधिकतर को पेशेवर ट्रेडर इस्तेमाल नहीं करते। जितना लोकप्रिय पेयर होगा उनके रेट का विश्लेषण उतना ही आसान होगा।

असल लाभ के लिए विशेषज्ञ यह सलाह देते हैं कि 1−2 ट्रेडिंग पेयर पर ध्यान केंद्रित करें। जैसे, AUD/USD और NZD/USD समानतापूर्वक चलते हैं।

साथ ही, विभिन्न पेयर के रेट विशेष समाचार पर निर्भर करता है। जैसे, ग्रेट ब्रिटेन से संबंधित कोई भी आर्थिक खबर GBP के पेयर को प्रभावित करता है। तेल के दाम CAD के पेयर को प्रभावित करता है जबकि राजनीतिक समाचार से EUR/USD पेयर अस्थिर हो सकता है।

इसलिए, हर चीज की खबर रखने के बजाएं निर्दिष्ट जानकारियों को फॉलो करना आसान है।
Forex क्या है?
FOREX 'foreign exchange' का संक्षिप्त नाम है। मार्केट को एक विशाल अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के रूप में समझा जा सकता है जो दुनिया के सबसे बड़े बैंकों को संयुक्त करता है। मार्केट के प्रमुख भाग लेने वालों में सेंट्रल और कमर्शियल बैंक, बड़े निवेश कंपनियां, अंतरराष्ट्रीय कॉरपोरेशन को चिन्हित किया जा सकता है।

अकेले व्यक्ति भी मार्केट के भागीदार बन सकते हैं, मगर उनकी पहुंच मार्केट तक सीधे नहीं होगी। बैंक, ब्रोकर और अन्य कांट्रेक्टर के जरिए उनको पहुंचना होगा। कुल मुद्राओं की राशि 150 से भी ज्यादा है जहां कुछ जबकि कुछ कों एक से अधिक देश अपना चुके हैं (जैसे, EUR, USD, इत्यादि).

Forex मार्केट के संदर्भ में, मुद्राओं को खुद-ब-खुद trade नहीं किया जाता। उन्हें जोड़ों में पेश किया जाता है जब वह अलग-अलग मुद्राओं के बीच परस्पर निर्भरता दिखाती है (जैसे EUR/USD, USD/SGD, इत्यादि)। तो लोग EUR/USD के इस्तेमाल से US डॉलर खरीदते हैं, और Euros बेचते हैं। अन्य आर्थिक, राजनीतिक और वित्तीय घटनाओं से प्रभावित होकर मुद्रा पेयर के भाव लगातार बदलते रहते हैं।

मार्केट में भाग लेने वालों को अपना मुनाफा करेंसी पेयर के अस्थिरता से मिलती है।
मूल सिद्धांत
यूजर को समझना होगा कि FX trading में करेंसी का कोई सीधा खरीदना और बेचना नहीं होता है। दोनों पार्टियों (एक ब्रोकर और एक ट्रेडर) के बीच CFD कॉन्ट्रैक्ट बनाया जाता है। कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार, निम्नलिखित शर्तों को निर्देशित किया जाता है:

  • तकनीकी विश्लेषण के आधार पर ट्रेडर 'निम्न' या 'उच्च' विकल्प का चयन करता है।
  • यदि पूर्वानुमान के अनुसार मूल्य में हरकत होती है, एक ट्रेडर को लाभ मिलता है और वह डील को बंद कर सकता है।

जैसे, यूजर EUR/USD के लिए एक CFD कॉन्ट्रैक्ट बनाता है। रेट है 1.8087। रेट के बढ़ने के पूर्वानुमान के साथ ट्रेडर 'Buy' विकल को चुनता है। जब रेट प्रारंभिक मूल्य से भी ज्यादा हो, लाभ मुश्किल से मिलती है, और नुकसान का सामना करना पड़ता है।
मुख्य बाजार के आम कारक
मार्केट को कुछ विशेष आम कारकों के द्वारा चिन्हित किया जाता है जो विश्लेषण को अधिक समझने योग्य बनाते हैं। अधिकतर कारक चार्ल्स डोव के अभिधारणा पर आधारित है:

  • जब तक कि टेंडेंसी के बदलाव की निश्चित संकेत नहीं मिलता तब तक मूल्य ट्रेंड के अनुसार बदलता रहा है।
  • परिस्थिति लगातार दोहराया जा रहा है।
  • हर ट्रेंड में तीन चरण है: संचय, बड़ी चाल और अधिकता ( accumulation, big move and excess)।

उन अभिधारणाओं के अनुसार, निम्नलिखित मार्केट के ख़ासियत को मद्देनजर लेने का प्रस्ताव दिया जाता है:

  • एक ट्रेंड मज़बूती सीधे तौर पर रेट रिवर्स मूवमेंट के संभावना को प्रभावित करता है।
  • मजबूती निर्भर करता है डिमांड और सप्लाई के बीच के परस्पर निर्भरता पर।
  • महत्वपूर्ण खबरों के प्रभाव में आकर फ्लैट स्टेट अक्सर रैपिड प्राइस मूवमेंट से आगे निकल जाता है
  • बाजार लगातार बदलता रहता है। कीमत ओवरबॉट (overbought) या ओवरसोल्ड (oversold) क्षेत्रों की ओर बढ़ रही है और इससे मार्केट में प्रवेश के सही समय को समझने में मदद करता है।
  • अमेरिकी और यूरोपीय सत्र में सर्वोच्च अस्थिरता नजर आती है वही एशियाई सत्र में कम अस्थिरता दिखाई देती है। किसी डील को करते वक्त समय अवधि को अवश्य ध्यान में रखना चाहिए। उच्च अस्थिरता के लिए ब्रोकर द्वारा उच्च स्प्रेड की पेशकश की जाती है।
  • विशेषज्ञों के पूर्वानुमान भी मार्केट को प्रभावित करते हैं। खबरों के अलावा, खबर की प्रत्याशा का एक अलग मूल्य है।

नोट!
करेंसी पेयर और उनके रीड गतिविधि के विश्लेषण के समय उन मार्केट के कानूनों को भी ध्यान में रखना चाहिए मगर एक ट्रेडर को किसी विशेष परिस्थितियों और स्थितियों पर विचार करना चाहिए।
FX trading में सबसे कारगर रणनीति
विभिन्न समय अवधियों के लिए असंख्य प्रकार के Forex trading रणनीतियां मौजूद है। इनमें से सबसे ज्यादा प्रचलित, रणनीतियों को निम्नलिखित में बांटा गया है:

  • Scalping. यह कम समय में trading के लिए कारगर है। कई सारे पॉइंट का लाभ प्रत्याशित हैं। लाभ को बढ़ाने के लिए ट्रेडर एक से अधिक डील को ओपन करता है। निम्नलिखित रणनीतियां scalping के लिए उपयुक्त है: MA पद्धति, समाचार scalping और मोमो trading सिस्टम।

  • डे ट्रेडिंग (Day Trading). यह स्टाइल कम समय की trading को केंद्र में रखकर की जाती है (कई मिनट से लेकर कई घंटे तक)। इंपल्सिव ब्रेक थ्रू रणनीतियां अधिकतर डे ट्रेडिंग के लिए ही इस्तेमाल किए जाते हैं।

  • Swing trading. इस स्टाइल में अपने पोजीशन को कई दिनों के लिए थाम कर रखना पड़ता है। निम्न में खरीदे और उच्च में भेजें; रेंज को trade करें और ट्रेंड रणनीतियों के विपरीत trading करें जो इस स्टाइल में उपयोग की जाती है।

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बताए गए रणनीतियां असरदार हो सकती है और लाभ दिला सकती है मगर ट्रेडर को यह समझना होगा की यह हर मामलों में काम नहीं करता वरना सफल ट्रेडरों की संख्या 8% से अधिक होता। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि स्वयं के तकनीकी विश्लेषण और अनुभव के आधार पर खुद के रणनीतियों का विकास करें।
निवेश कैसे शुरू करें?
Forex trading को शुरू करने के लिए, निम्नलिखित कदमों को उठाने की आवश्यकताएं हैं:
  • एक IQ Option अकाउंट खोलें।
  • नए एसेट को खोलने के लिए ऊपरी मेनू से '+' को प्रेस करें।
  • उस करेंसी पेयर को सिलेक्ट करें जिसे आप trading के लिए पसंद करते हैं (कुल 40+ पेयर के सुझाव है)।
  • उस ऑप्शन को प्रेस करें जिस पर आप निवेश करना चाहते हैं (यह ध्यान में रखिए की विभिन्न एसेट के लिए विभिन्न मल्टीप्लायर्स के सुझाव दिए जाते हैं )।
  • उस राशि को इंगित करें जिसका आप निवेश करना चाहते हैं ($1 से शुरू)।
  • फलस्वरूप 'Buy' और 'Sell' को चुने जो मूल्य के बढ़ने और घटने से संबंधित है।
  • ऊपरी दाएं कोने से आप किसी भी डील को किसी भी वक्त बंद कर सकते हैं।

नोट!
फंड्स के जमा करने की आवश्यकता तभी होगी जब आप असली अकाउंट का उपयोग कर रहे हो, जबकि यूजर को सुझाव दिया जाता है कि वह प्रैक्टिस अकाउंट का उपयोग करें बिना किसी लिमिटेशन के।
कौन से करेंसी पेयर की सलाह दी जाती है?
यहा 150 करेंसी से भी ज्यादा मौजूद है जो हजारों trading पेयर में संयुक्त है मगर उनमें से अधिकतर को पेशेवर ट्रेडर इस्तेमाल नहीं करते। जितना लोकप्रिय पेयर होगा उनके रेट का विश्लेषण उतना ही आसान होगा।

असल लाभ के लिए विशेषज्ञ यह सलाह देते हैं कि 1−2 ट्रेडिंग पेयर पर ध्यान केंद्रित करें। जैसे, AUD/USD और NZD/USD समानतापूर्वक चलते हैं।

साथ ही, विभिन्न पेयर के रेट विशेष समाचार पर निर्भर करता है। जैसे, ग्रेट ब्रिटेन से संबंधित कोई भी आर्थिक खबर GBP के पेयर को प्रभावित करता है। तेल के दाम CAD के पेयर को प्रभावित करता है जबकि राजनीतिक समाचार से EUR/USD पेयर अस्थिर हो सकता है।

इसलिए, हर चीज की खबर रखने के बजाएं निर्दिष्ट जानकारियों को फॉलो करना आसान है।
हिट ट्रेडर बनने के लिए जरूरत है व्यवसायिकता और अनुभव की। आपको यह समझने की जरूरत है कि इस तरह के एक फंडिंग इंस्ट्रूमेंट को उच्च जोखिम के साथ जोड़ा जाता है।

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ध्यान रखें, कि वित्तीय सेवाएँ, जैसे कि विकल्प और CFDs जटिल उपकरण हैं और इनमें उच्च स्तर का जोखिम होता है, जिसके परिणामस्वरूप आपके सभी फंड का नुकसान भी हो सकता है। वास्तविक खाते पर स्विच करने से पहले, कृपया शामिल जोखिमों को समझना सुनिश्चित करें।

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