FOREX 'foreign exchange' का संक्षिप्त नाम है। मार्केट को एक विशाल अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के रूप में समझा जा सकता है जो दुनिया के सबसे बड़े बैंकों को संयुक्त करता है। मार्केट के प्रमुख भाग लेने वालों में सेंट्रल और कमर्शियल बैंक, बड़े निवेश कंपनियां, अंतरराष्ट्रीय कॉरपोरेशन को चिन्हित किया जा सकता है।
अकेले व्यक्ति भी मार्केट के भागीदार बन सकते हैं, मगर उनकी पहुंच मार्केट तक सीधे नहीं होगी। बैंक, ब्रोकर और अन्य कांट्रेक्टर के जरिए उनको पहुंचना होगा। कुल मुद्राओं की राशि 150 से भी ज्यादा है जहां कुछ जबकि कुछ कों एक से अधिक देश अपना चुके हैं (जैसे, EUR, USD, इत्यादि).
Forex मार्केट के संदर्भ में, मुद्राओं को खुद-ब-खुद trade नहीं किया जाता। उन्हें जोड़ों में पेश किया जाता है जब वह अलग-अलग मुद्राओं के बीच परस्पर निर्भरता दिखाती है (जैसे EUR/USD, USD/SGD, इत्यादि)। तो लोग EUR/USD के इस्तेमाल से US डॉलर खरीदते हैं, और Euros बेचते हैं। अन्य आर्थिक, राजनीतिक और वित्तीय घटनाओं से प्रभावित होकर मुद्रा पेयर के भाव लगातार बदलते रहते हैं।
मार्केट में भाग लेने वालों को अपना मुनाफा करेंसी पेयर के अस्थिरता से मिलती है।